बाबा बागेश्वरजी ने जब देहरादून में पहला दरवार लगाया तो पहला प्रश्न यही निकला कि गौमाता राष्ट्रमाता कब बनेगी अर्थात् यहाँ पेड़-पोधे,नदी, पर्वत,कंकड,पत्थर सभी गौमाता को राष्ट्रमाता के रूप में देखना चाहते हैँ
गौमाता को राष्ट्रमाता के पद पर प्रतिष्ठा दिलवाने हेतु देहरादून में प्रारंभ हुई भव्य गौ कथा महाराज जी कहते...