December 3, 2025

अनिल बलूनी ने कहा कि पहले से ही सीमित कृषि संसाधनों और विषम परिस्थितियों में कठिन परिश्रम करने वाले पर्वतीय किसानों की फसलें जब वन्य जीवों द्वारा नष्ट की जाती हैं, तो वे गंभीर आर्थिक संकट में आ जाते हैं

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अनिल बलूनी ने कहा कि पहले से ही सीमित कृषि संसाधनों और विषम परिस्थितियों में कठिन परिश्रम करने वाले पर्वतीय किसानों की फसलें जब वन्य जीवों द्वारा नष्ट की जाती हैं, तो वे गंभीर आर्थिक संकट में आ जाते हैं

गढ़वाल लोकसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने नई दिल्ली में केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री माननीय श्री भूपेंद्र यादव जी से मुलाकात कर उत्तराखंड, विशेषकर गढ़वाल क्षेत्र में बढ़ते मानव–वन्य जीव संघर्ष के मामलों को लेकर गंभीर चर्चा की।

बलूनी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से गढ़वाल तथा राज्य के अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में वन्य जीवों के हमलों की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं और कुछ की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु भी हुई है। उन्होंने बताया कि पहली बार इन क्षेत्रों में भालुओं के हमलों की घटनाएं भी सामने आ रही हैं, जो अत्यंत गंभीर और चिंताजनक विषय है।

उन्होंने मंत्री से आग्रह किया कि भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून सहित अन्य विशेषज्ञ संस्थानों के माध्यम से मानव–वन्य जीव संघर्ष के वास्तविक कारणों का विस्तृत अध्ययन कराया जाए, ताकि दीर्घकालिक और प्रभावी समाधान सुनिश्चित किया जा सके।

बलूनी ने यह भी कहा कि मानव–वन्य जीव संघर्ष के कारण मृतक एवं घायल नागरिकों के लिए आर्थिक सहायता और संसाधनों की दृष्टि से उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य को अतिरिक्त सहयोग की आवश्यकता है। इस संबंध में उन्होंने केंद्र सरकार से विशेष आर्थिक सहायता एवं संसाधन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।

इसके साथ ही उन्होंने गढ़वाल क्षेत्र में किसानों की फसलों को हो रहे भारी नुकसान पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पहले से ही सीमित कृषि संसाधनों और विषम परिस्थितियों में कठिन परिश्रम करने वाले पर्वतीय किसानों की फसलें जब वन्य जीवों द्वारा नष्ट की जाती हैं, तो वे गंभीर आर्थिक संकट में आ जाते हैं। इस विषय पर उन्होंने प्रभावित किसानों के लिए विशेष मुआवजा एवं सहायता योजना लागू करने की मांग भी रखी।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बलूनी द्वारा उठाए गए विषयों को गंभीरता से सुना और शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया।

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