March 12, 2025

इस अवसर पर श्री महाराज जी ने कहा कि सेवाधर्म ही सबसे बड़ा धर्म है। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने श्री गुरु राम राय जी महाराज का विशेष सिमरन करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा ही श्री गुरु महाराज जी ने सूक्ष्म उपस्थिति में प्रेरणा दी है उन्होंने संगतों को गुरु महिमा से भी आत्मसात करवाया। 

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इस अवसर पर श्री महाराज जी ने कहा कि सेवाधर्म ही सबसे बड़ा धर्म है। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने श्री गुरु राम राय जी महाराज का विशेष सिमरन करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा ही श्री गुरु महाराज जी ने सूक्ष्म उपस्थिति में प्रेरणा दी है उन्होंने संगतों को गुरु महिमा से भी आत्मसात करवाया।

 

 

 

दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज, देहरादून के सज्जादानशीन, गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज का 25वां प्रकटोत्सव श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। देश विदेश सहित उत्तराखंड व पड़ोसी राज्यों से श्री दरबार साहिब पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने श्री महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया व उन्हें जन्मदिवस (प्रकटोत्सव) की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर श्री दरबार साहिब में विशेष पूजा अर्चना आयोजित की गई व प्रसाद वितरण किया गया।

गौरतलब है कि आज ही के दिन 10 फरवरी 2000 को ब्रह्मलीन श्रीमहंत इन्दिरेश चरण दास जी महाराज ने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज को अपना शिष्य स्वीकार किया था तथा उन्होंने गुरु के सानिध्य में दीक्षा ली थी। तभी से 10 फरवरी को श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के जन्मदिवस (प्रकटोत्सव) के रूप में मनाया जाता है। 25 जून 2000 को श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज, सज्जादानशीन के रूप मंे दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज, देहरादून (श्री दरबार साहिब) में गद्दीनशीन हुए थे।

सोमवार को श्री दरबार साहिब में सुबह से ही विशेष चहल पहल शुरू हो गई थी। सुबह नित्यकर्म की पूजा अर्चना के बाद श्री महाराज जी ने सर्वप्रथम श्री दरबार साहिब व श्री झण्डा साहिब पर मत्था टेका। इसके बाद मुख्य पुजारी जी ने प्रकटोत्सव की विशेष पूजा अर्चना की। श्री महाराज जी ने श्री दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार अरदास भी कराई।

इस अवसर पर श्री महाराज जी ने कहा कि सेवाधर्म ही सबसे बड़ा धर्म है। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने श्री गुरु राम राय जी महाराज का विशेष सिमरन करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा ही श्री गुरु महाराज जी ने सूक्ष्म उपस्थिति में प्रेरणा दी है। उन्होंने संगतों को गुरु महिमा से भी आत्मसात करवाया। उन्होंने का कि अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाला ही गुरु है। उन्होंने कहा कि उन्हें दूनवासियों, राज्य व देश की जनता व श्रद्धालुओं से सदैव भरपूर स्नेह प्राप्त हुआ है।

श्री महाराज जी ने अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि समाज को नई व सही दिशा देने के साथ साथ उत्तराखंड के सुदूर व पहाड़ी क्षेत्रों तक गुणवत्तापरक शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए एसजीआरआर मिशन प्रतिबद्ध है। इस मिशन के अन्तर्गत श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल उत्तराखण्ड व निकटवर्ती राज्यों के गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं दूसरी ओर श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय समाज के हर वर्ग तक उच्च शिक्षा पहुंचाने का निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने दोहराया कि समाज के पिछड़े व कमजोर वर्ग के लोगों को मुख्य धारा में शामिल करने के लिए एसजीआरआर मिशन सदैव प्रयासरत रहेगा।

इसके बाद उत्तर भारत में संचालित श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं व स्टाफ सदस्यों, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल देहरादून के डाॅक्टरों, स्टाफ सदस्यांे, राजपुर विधायक खजानदास, देहादून मेयर सौरभ थपलियाल सहित शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों, उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित देश-विदेश के कोने-कोने से पहुंचीं संगतों व श्रद्धालुओं ने श्री दरबार साहिब में श्री महाराज जी से आशीर्वाद लिया व उन्हें दीर्घायु होने की शुभकामनाएं दीं। पंजाब व हरियाणा से संगतें रविवार को ही श्री दरबार साहिब पहुंच गई थीं। बधाई देने का क्रम देर शाम तक जारी रहा। इस मौके पर श्रद्धालुओं के लिए मिष्ठान व लंगर की विशेष व्यवस्था की गई। देहरादून के कई प्रतिष्ठित व गणमान्य व्यक्तियों ने श्री दरबार साहिब पहुंचकर श्री महाराज जी को शुभकामनाएं दीं।

बाॅक्स समाचार

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक एवम् श्री महाकाल सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में श्री दरबार साहिब परिसर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर भी लगाया गया। शिविर में 65 यूनिट रक्तदान हुआ। शिविर को सफल बनाने में श्री महाकाल सेवा समिति के अध्यक्ष रोशन राणा एवम् उनकी टीम का विशेष सहयोग रहा।

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