प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर अविमुक्तेश्वरा नन्द के विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग करेंगे स्वामी अच्युतानंद
सोना चोरी का आरोप लगा कर खुद घिरते नजर आ रहे हैं अविमुक्तेश्वरा नंद, रामालय ट्रस्ट के नाम पर सोना व नकदी एकत्र करने का लगा आरोप
केदारनाथ धाम में सोना चोरी का आरोप लगा कर सनसनी फैलाने वाले स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद अब खुद ही
घिरते नजर आ रहे है
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद के शंकराचार्य होने पर किये सवाल खड़े तो तमाम प्रमुख संतों द्वारा अविमुक्तेश्वरा नंद पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं
स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद पर आरोपों की बौछार करते हुए उनके विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग तक कर डाली है
भूमा पीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ ने स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद को स्वयंभू शंकराचार्य बताया।
अविमुक्तेश्वरा नन्द के पास ना तो शंकराचार्य पद की कोई योग्यता है और ना ही शास्त्रों में लिखे गए नियमों के अनुसार वह शंकराचार्य पद पर विराजमान हो सकते हैं: स्वामी अच्युतानंद
शंकराचार्य पद की गरिमा को गिरा रहे हैं उनका अविमुक्तेश्वरा नंद का धर्म-कर्म से कोई नाता नहीं है:स्वामी अच्युतानंद
स्वामी अच्युतानंद ने अविमुक्तेश्वरा नंद पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि उनको रामालय ट्रस्ट के नाम पर एकत्र किये गए हजारों किग्रा सोने का हिसाब भी देना चाहिए
अविमुक्तेश्वरा नन्द के गुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर के नाम पर रामालय ट्रस्ट बनाकर और अरबों रुपए का सोना एवं नकदी लोगों से दान प्राप्त किया था। जिसका कोई हिसाब-किताब इन्होंने नहीं दिया है
यदि केदारनाथ से सोना गायब हुआ है तो अविमुक्तेश्वरा नंद को उसका प्रमाण उनको देना चाहिए। इस तरह की अप्रमाणित बातें करना उन्हें शोभा नहीं देता है::स्वामी अच्युतानंद
प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर अविमुक्तेश्वरा नन्द के विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग करेंगे स्वामी अच्युतानंद
केदारनाथ धाम में सोना चोरी का आरोप लगा कर सनसनी फैलाने वाले स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद अब खुद ही घिरते नजर आ रहे हैं। सोना चोरी के उनके आरोप पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय की तीखी प्रतिक्रिया सामने आयी थी और उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद के शंकराचार्य होने पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। इसके बाद तमाम प्रमुख संतों द्वारा अविमुक्तेश्वरा नंद पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। इस क्रम में अब हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध भूमा निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद पर आरोपों की बौछार करते हुए उनके विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग तक कर डाली है।
सोशल मीडिया पर पत्रकारों से बातचीत के वायरल हो रहे वीडियो में भूमा पीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ ने वर्तमान में देश में बढ़ते स्वयंभू शंकराचार्यों पर चिंता जाहिर की और स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद को भी स्वयंभू शंकराचार्य बताया। उन्होंने कहा की अविमुक्तेश्वरा नन्द के पास ना तो शंकराचार्य पद की कोई योग्यता है और ना ही शास्त्रों में लिखे गए नियमों के अनुसार वह शंकराचार्य पद पर विराजमान हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह शंकराचार्य पद की गरिमा को गिरा रहे हैं। अविमुक्तेश्वरा नंद का धर्म-कर्म से कोई नाता नहीं है। इसके विपरीत वह हमेशा राजनीतिक बयान देकर सुर्खियों में बना रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके विरुद्ध उच्चतम न्यायालय में भी विवाद चल रहा है और उनके शंकराचार्य पद पर विराजमान होने पर रोक लगी है।
स्वामी अच्युतानंद ने अविमुक्तेश्वरा नंद पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि उनको रामालय ट्रस्ट के नाम पर एकत्र किये गए हजारों किग्रा सोने का हिसाब भी देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अविमुक्तेश्वरा नन्द के गुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर के नाम पर रामालय ट्रस्ट बनाकर और अरबों रुपए का सोना एवं नकदी लोगों से दान प्राप्त किया था। जिसका कोई हिसाब-किताब इन्होंने नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि अपने अनैतिक आचरण के कारण ही यह धनाढ्य लोगों के विवाह समारोह में शामिल होते हैं।
उन्होंने कहा कि अविमुक्तवश्वरा नन्द द्वारा केदारनाथ मंदिर में सोना गायब होने की बात अपने ऊपर लगे आरोपों तथा पूर्व में रामालय ट्रस्ट के नाम पर प्राप्त किए गए हजारों किलो सोना व करोड़ों रुपए का हिसाब देने से बचने के लिए कही जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि केदारनाथ से सोना गायब हुआ है तो अविमुक्तेश्वरा नंद को उसका प्रमाण उनको देना चाहिए। इस तरह की अप्रमाणित बातें करना उन्हें शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर अविमुक्तेश्वरा नन्द के विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग करेंगे।